
कल जब सुबह उठके कालेज जा रहा था ,
अचानक लगा कि कोई रोक लेगा मुझे और कहेगा ,
खड़ा खड़ा दूध मत पी हज़म नहीं होगा , दो घड़ी साँस तो ले ले
अरे इतनी सर्दी और कोट भूल गया इसे भी साथ ले लें ।
फिर सोचा माँ रसोई से बोली होगी जिनके हाथों में सना आटा होगा ,
घूम के देखा तो क्या मालूम था कि वहाँ सिर्फ़ सन्नाटा होगा।
अरे अब हवाएँ ही तो बातें करती हैं मुझसे ,
सोचता हूँ जब जा रहा होऊँगा किसी ख़ास काम से कोई कहेगा
दही शक्कर खा ले बेटा अच्छा शगुन होता हैं
पर मन इसी बात के लिए तो रोता है सब कुछ है मेरे पास
जिस आज़ादी के लिए लड़ता रहा मै उम्र भर ,वह ज़िंदगी भी मेरे पास हैं
फिर भी ना जाने क्यों दिल की हर धड़कन उदास हैं ।
आज इस आज़ादी की इतनी ख़ुशी नहीं हैं की जो चाहे कर लूँ
मुझे कोई रोकने वाला नहीं हैं
ग़म हैं तो इसी बात का देर से उठूँगा
तो कोई तो टोकने वाला नहीं हैं
देर से लौटूँगा तो कौन रोकेगा मुझे
कौन कहेगा की नालायक क्यों परेशान करता हैं
हाय राम ! यें लड़का क्यों नहीं सुधरता हैं
पैसे कहाँ खर्च हों जाते है , मेरे को क्यों नहीं बतलाता हैं ।
रात को तेरे लिए जागती रहूँ मै
और खाना खिलाने के लिए भागती रहूँ मै
कभी सोचा है इस बूढ़ी के लिए
ख़ैर मेरा तो क्या होना था और क्या हुआ है
बस तू ही खुश रह लेना बेटा यही माँ की दुआ हैं ।
आज सब कुछ हैं ख़ुशी ख़ुशी सब ख़ुशी खुशी
ग़म यह नहीं है कि कोई इसे बाँटने वाला होता
ग़म तों इसी बात का कि कोई तो होता
जो ग़लतियों पर डाँटने वाला होता
तू होती ना माँ तो फेरती हाथी सर पर और हल्के से बाम लगाती
दिवाली पर दस रुपए देती और कहती बड़ों का पाँव छूना आशीर्वाद मिलेगा
और क़मीज़ मत फाड़ना अगला शर्ट अगली दिवाली को ही सिलेगा
परीक्षा से आता तो तू खाना लगाती
ग़ुस्से से पापा की और उनकी डाँट से तू ही तो बचाती
पढ़ने के लिये शहर चला जाएगा सुन सुन कर आँसूँ बहाती
इसे नौकरी मिल जाए , इसे काम मिल जाए दुआ में हाथ उठातीं
आज सब कुछ हैं मेरे पास तरक़्क़ी की हर रेखा
आज तेरे बेटे को छू कर जाती हैं पर
“माँ मुझे तेरी याद बहुत आती हैं” ।
Good thoughts… After reading , Proud feeling comes to be a mother… Nice one like all other post… 100% true lines.. Keep writing..
Good thought👍🏻👍🏻
Jhappad , ghusa , Chap.. Wali baat nahi likha Bhai, Woh bhul gaya hai kya..
Any way good going…..
Bahut shandaar aur bhawuk lekh.. bahut badiya.. aise hi likhte rho dear…👍
Dhanyawaad aapke maargdarshan ka
ATI sundar
Thanks Chetan for your growing words
Ek akshar me Pura sansar hi..
Poori koshish ki hai shabdo ke maadhyam se
Loved your writing. Great work 🙂